टेक्नोलॉजी और गैजेट्स (Technology Gadgets) से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
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Technology Gadgets क्या होता है?
Technology Gadgets टेक्नोलॉजी और गैजेट्स एक प्रकार के नए हार्डवेयर होते हैं जो कि थोड़े महंगे भी हो सकते हैं और काफी सस्ते भी हो सकते हैं। अलग अलग गैजेट्स की अलग अलग कीमत होती है। यह एक प्रकार के हार्डवेयर होते है जो कि हमारे काम को काफी आसान बना देते हैं।
अगर आप Technology Gadgets का मतलब नहीं जानते तो शायद आपके पास कई सारे गैजेट्स भी होंगे लेकिन उनके बारे में शायद आपको पता नही होगा। अगर गैजेट्स को सॉफ्टवेयर से रेफर किया जाए तो इनको हम इनके एक और नाम ‘विजेट’ से भी बुला सकते है।
अगर आप गैजेट्स के कुछ उदाहरण जानना चाहते है तो आपके फ़ोन, इयरफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टवॉच वगेरह गैजेट ही है।
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कैपेसिटिव टचस्क्रीन LCD
LCD का मतलब Liquid-crystal-display है। LCD का प्रयोग अधिकतर calculators तथा डिजिटल घड़ियों को बनाने में किया जाता है क्योंकि यह प्राय इन्ही format में उपलब्ध है. LCD का मुख्य लाभ यह है कि ये तीव्र प्रकाश (bright light) में बहुत अधिक चमकते है कैपेसिटिव टचस्क्रीन मानव शरीर के इलेक्ट्रिकल प्रॉपर्टीज के सेंसिंग से काम करता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन पैनल में इंडियम टिन ऑक्साइड के ट्रांसपैरेंट कंडक्टर होता है। ह्यूमन बॉडी में भी इलेक्ट्रिकल कंडक्टर होता है, जिससे स्क्रीन को टच करने सें इलेक्ट्रोस्टेटिक फील्ड रिस्टोर हो जाता है और वह प्वाइंट इन्सट्रक्शन के रूप में लिए जाता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन, रेजिस्टिव टचस्क्रीन से काफी बेहतर है। यह एक फ्लैट पैनल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी होती है जिसका उपयोग टीवी और कंप्यूटर मॉनीटर्स मे किया जाता है. इस का इस्तेमाल मोबाइल डिवाइस की स्क्रीन के लिए भी किया जाता है
OLED
OLED का मतलब Organic Light-Emitting Diode है। OLED में ऑर्गेनिक पॉलिमर के छोटे डॉट्स होते हैं, जो इलेक्ट्रिसिटी से चार्ज होने के बाद लाइट को डेवलप करते हैं। OLED नइ डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है, जो LCD के मुकाबले कम पावर लेती है और यह पतली, हल्की, बेहतर व्यूइंग एंगल और वीडियो और एनिमेशन के लिए अच्छा रिस्पांस टाइम है। ओएलईडी स्क्रीन में खुद एलईडी ही पिक्सल का काम करती हैं और 6 लेयर्स मिलकर तस्वीरें स्क्रीन पर लाती हैं। इसलिए ओएलईडी टीवी पर तस्वीर ज्यादा स्पष्ट दिखती है और किसी भी एंगल से देखने पर एक सा दिखाई देता है। साथ ही ओएलईडी स्क्रीन वाले गैजेट्स काफी पतले और हल्के होते हैं।
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AMOLED
यह मोबाइल फोन और टीवी के लिए नेक्स्ट जनरेशन डिस्प्ले टेक्निक है। यह एलसीडी की तुलना में रिच कलर, शार्पर इमेज, कम पॉवर कन्जूमशन और अधिक पतली और हल्की है। मोबाइल AMOLED डिस्प्ले स्क्रीन ओलेड स्क्रीन से एडवांस होती है. मोबाइल AMOLED डिस्प्ले मतलब है Active-Matrix Organic Light-Emitting Diode स्मार्टफोन या अन्य डिवाइस में यूज होने वाली डिस्प्ले तकनीकि है। यह कैथोड लेयर, आर्गनिक लेयर, टीएफटी और सब्स्ट्रेट लेयर से बनी होती है। यह स्क्रीन प्रत्येक पिक्सेल को नियंत्रित करती है. मोबाइल AMOLED डिस्प्ले स्क्रीन बेहतर रंग, ब्राइटनेस, फास्ट रिस्पांस, हल्का वजन और डिजाइन के लिए जानी जाती है।
सुपर AMOLED
सुपर अमोलेड में आईपीएस एलसीडी से ज्यादा चमक होती है। सुपर एमोलेड स्क्रीन के साथ आने वाले स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ अच्छी होती है, क्योंकि फोन की सिर्फ उतनी ही स्क्रीन ऑन होती है, जितने में कलर नजर आएं। जैसे अगर स्क्रीन में डार्क कलर का इमेज है, तो फोन बहुत कम पावर लेगा। सुपर AMOLED को पारंपरिक AMOLED के मुकाबले बेहतर परफॉरमेंस हे लिए तैयार किया गया है। AMOLED की तुलना में सीधे धूप में देखे जाने पर सुपर AMOLED का परफॉरमेंस अच्छा है और यह ब्राइट इमेज को सपोर्ट करता है और पॉवर कम लगती है। सुपर अमोलेड में सभी कलर एक दम से सही नहीं होते लेकिन वो आँखे के लिए बहुत ही बढ़िया होते है। सुपर अमोलेड में ज्यादा चमक होती है। सुपर अमोलेड बहुत ही पतली होती है जिस से फ़ोन भी पतला ही होगा ।